क्रिकेट का जादू कभी खत्म नहीं होता, और यह बात एशिया कप 2024 के उस रोमांचक मुकाबले ने एक बार फिर साबित कर दी, जिसने दिखाया कि कैसे एक ‘बेमतलब’ मैच भी क्रिकेट प्रेमियों के दिलों पर राज कर सकता है। सुपर-4 का यह आखिरी मुकाबला, जिसका सेमीफाइनल में किसी की भी जगह पक्की करने से कोई लेना-देना नहीं था, टूर्नामेंट का सबसे दिल धड़कने वाला, सबसे जबर्दस्त और ऐतिहासिक मैच साबित हुआ। यह मैच इतना तगड़ा था कि जीत-हार का फैसला एक ‘सुपर ओवर’ तक जा पहुंचा। दुबई के उस रोशनी से जगमगाते मैदान पर भारत और श्रीलंका के बीच हुआ यह टकराव क्रिकेट के उन यादगार पलों में शामिल हो गया, जिन्हें फैंस कभी नहीं भूल पाएंगे।
भारत का पारा चढ़ाता पहला पारी: अभिषेक शर्मा की तूफानी पारी
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम को शुरुआत में एक झटका लगा, जब फॉर्म में चल रहे ओपनर शुबमन गिल ने दूसरे ही ओवर में माहीश थीकशना की गेंद पर शॉप्ट रिटर्न कैच दे दिया। लेकिन यहीं से शुरुआत हुई युवा ओपनर अभिषेक शर्मा के तूफान की। थीकशना को पहले ही ओवर में एक विशालकाय छक्का जड़कर अपना रुख साफ करने वाले अभिषेक ने आगे ऐसा हरकारा मचाया कि श्रीलंकाई गेंदबाज बौखला गए।
उन्होंने दुष्मंत चमीरा पर एक साफ-सुथरा छक्का जड़ा और फिर अगले ओवर में भी दो चौके लगाकर दबदबा बनाए रखा। अभिषेक ने सिर्फ 22 गेंदों में अपनी तीसरी लगातार अर्धशतकीय पारी खेलते हुए पावरप्ले में ही भारत का स्कोर 71 रन तक पहुंचा दिया। यानी पहले छह ओवरों में भारत ने 71 रन बना डाले, जो टूर्नामेंट का अब तक का सबसे तेज शुरुआत थी।
हालांकि, पावरप्ले के तुरंत बाद भारत को दो बड़े झटके लगे। कप्तान सूर्यकुमार यादव एक बार फिर सस्ते में आउट हो गए, और उनके साथ ही धावा बोल रहे अभिषेक शर्मा (61 रन) भी पवेलियन लौट गए। ऐसे में मैच का पेंडुलम श्रीलंका की तरफ झुकता नजर आया। लेकिन तभी सामने आए संजू सैमसन और तिलक वर्मा। इन दोनों ने न सिर्फ विकेट गिरने के झटके को संभाला, बल्कि एक शानदार साझेदारी के जरिए स्कोरबोर्ड को फिर से तेजी से आगे बढ़ाया। बीच के ओवरों में इन्होंने 79 रन जोड़े और इनिंस को फिर से पटरी पर ला दिया।
आखिरी ओवरों में जब संजू सैमसन और हार्डिक पांड्या का विकेट गिरा, तो लगा कि भारत 200 के पार पहुंचने में थोड़ा संघर्ष करेगा। लेकिन तिलक वर्मा (49 रन नाबाद) और अक्षर पटेल ने अंतिम गेंद पर छक्का जड़कर भारत का स्कोर 202 रन तक पहुंचा दिया। यह टूर्नामेंट का अब तक का सबसे बड़ा स्कोर था।
श्रीलंका का जवाब: पथुम निसंका का शानदार शतक और जबरदस्त पीछा
203 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंका की टीम ने शुरुआत में ही बड़ा झटका खाया, जब कुसल मेंडिस पहली ही गेंद पर जीरो पर आउट हो गए। लेकिन इसके बाद शुरू हुआ पथुम निसंका और कुसल परेरा का जलवा। निसंका ने अपनी पहली ही गेंद को चौका लगाकर अपना इरादा साफ कर दिया। उन्होंने कुसल परेरा के साथ मिलकर भारतीय गेंदबाजों पर जमकर हमला बोला।
श्रीलंका ने पावरप्ले में भारत से भी एक रन ज्यादा, यानी 72 रन बनाकर अपनी मजबूत पकड़ बना ली। निसंका ने सिर्फ 25 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया, और कुसल परेरा ने भी उनका साथ देते हुए जल्द ही अपना पचासा पूरा किया। इन दोनों ने 127 रनों की शानदार साझेदारी की, जो एशिया कप टी-20 इतिहास में सबसे बड़ी साझेदारी थी।
13वें ओवर में वरुण चक्रवर्ती ने कुसल परेरा (58 रन) को स्टंप आउट करके भारत को एक बड़ा ब्रेकथ्रू दिलाया। लेकिन पथुम निसंका ने एक छोर से अपना खेल जारी रखा। उन्होंने जबरदस्त संयम और आक्रामक शॉट्स के साथ श्रीलंका को जीत के करीब पहुंचाए रखा। आखिरी ओवरों में जब दबाव सबसे ज्यादा था, निसंका ने अपना पहला टी-20 अंतरराष्ट्रीय शतक पूरा किया। यह न सिर्फ उनके करियर, बल्कि पूरे मैच की सबसे यादगार पलों में से एक था।
आखिरी ओवर में श्रीलंका को जीत के लिए 12 रन चाहिए थे। पहली ही गेंद पर निसंका (107 रन) के आउट होने से भारत को राहत मिली, लेकिन कप्तान दासुन शनाका ने अंतिम दो गेंदों पर जरूरी रन जुटाए। आखिरी गेंद पर श्रीलंका को जीत के लिए तीन रन चाहिए थे, लेकिन वे सिर्फ दो ही रन बना पाए। मैच टाई हो गया और फैंस के दिलों की धड़कनें और तेज हो गईं, क्योंकि अब फैसला सुपर ओवर से होना था।
सुपर ओवर: भारत की शानदार जीत
सुपर ओवर में पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंका की टीम पर भारत की गेंदबाजी का जादू चल गया। पहली ही गेंद पर कुसल परेरा ने एक शॉट खेला और वह बॉल डीप पॉइंट पर कैच हो गई। इसके बाद कुछ अजीबोगरीब नजारा देखने को मिला। दासुन शनाका को पहले तो कॉट बिहाइंड का दावा ठुकरा दिया गया, और फिर वह रन आउट से भी बच गए। लेकिन अगली ही गेंद पर उनका विकेट गिर गया। इस तरह श्रीलंका सुपर ओवर में सिर्फ 2 रन ही बना सका।
भारत को जीत के लिए सिर्फ 3 रन चाहिए थे। और सूर्यकुमार यादव ने पहली ही गेंद पर एक शानदार शॉट लगाकर कवर के पास से गैप निकाल दिया और विजयी रन पूरे कर दिए। इसके साथ ही भारत ने यह अविश्वसनीय और रोमांच से भरपूर मुकाबला अपने नाम कर लिया।
निष्कर्ष: एक यादगार मैच
यह मैच इस बात का सबूत था कि क्रिकेट में कोई भी मैच ‘बेमतलब’ नहीं होता। दोनों टीमों ने जज्बे और जुनून से खेलते हुए क्रिकेट प्रेमियों को एक यादगार शाम दी। भारत की तरफ से अभिषेक शर्मा की शानदार बल्लेबाजी, तिलक वर्मा के संयम और सुपर ओवर में गेंदबाजों की शानदार परफॉर्मेंस जीत की वजह बनी। वहीं, श्रीलंका की तरफ से पथुम निसंका का शानदार शतक और पूरी टीम का जी-जान से लड़ना भी सराहनीय रहा।
यह मैच न सिर्फ एशिया कप के इतिहास, बल्कि टी-20 क्रिकेट के इतिहास में भी एक स्वर्णिम अध्याय के रूप में दर्ज हो गया। ऐसे मैच क्रिकेट की खूबसूरती को और बढ़ा देते हैं और युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बन जाते हैं। भारत ने मैच जरूर जीता, लेकिन असली जीत क्रिकेट की हुई, जिसने एक बार फिर सभी का दिल जीत लिया।
संक्षिप्त स्कोर:
भारत: 202/5 (20 ओवर) (अभिषेक शर्मा 61, तिलक वर्मा 49*)
श्रीलंका: 202/5 (20 ओवर) (पथुम निसंका 107, कुसल परेरा 58)
परिणाम: भारत ने सुपर ओवर में जीत दर्ज की।