भारतीय टीम के लिए टेस्ट क्रिकेट का एक नया अध्याय शुरू होने जा रहा है। वेस्ट इंडीज के खिलाफ होने वाली दो मैचों की सीरीज़ के लिए बीते दिनों घोषित टीम में कुछ बड़े बदलाव और कुछ रोमांचक नए नाम देखने को मिले हैं। आइए, एक नज़र डालते हैं इस टीम की रोचक बनावट और उन मुख्य बातों पर जो हर क्रिकेट फैन को पता होनी चाहिए।
नई जिम्मेदारी के साथ ‘सर लंका’: रविंद्र जडेजा उप-कप्तान
सबसे बड़ी खबर है ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा को टेस्ट टीम का उप-कप्तान बनाया जाना। हालाँकि जडेजा पहले वनडे और T20I में यह भूमिका निभा चुके हैं, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में यह उनकी पहली कप्तानी जिम्मेदारी है। इसे एक बेहद सोचा-समझा और सही कदम माना जा रहा है। जडेजा न सिर्फ टीम के सबसे अनुभवी खिलाड़ियों में से एक हैं, बल्कि उनकी आक्रामक और जुझारू क्रिकेटिंग स्टाइल टेस्ट मैच की मांग के हिसाब से एकदम फिट बैठती है। घरेलू पिचों पर उनकी गेंदबाजी घातक साबित होती है और निचले क्रम में उनकी बल्लेबाजी कई बार मैच का पासा पलट देती है। यह नई जिम्मेदारी उनके खेल में और भी परिपक्वता ला सकती है, जिसका फायदा पूरी टीम को मिलेगा।
गिल के नेतृत्व में युवा भारत का दबदबा जारी
टीम के कप्तान शुभमन गिल इस सीरीज़ को अपनी दूसरी टेस्ट सीरीज़ के रूप में लीड करेंगे। इंग्लैंड में हुई सीरीज़ में उन्होंने पहली बार यह जिम्मेदारी संभाली थी। गिल की कप्तानी में टीम ने इंग्लैंड की धरती पर मजबूत प्रदर्शन किया था और अब घरेलू मैदान पर उनसे और भी अच्छे नतीजों की उम्मेद की जा रही है। गिल खुद फॉर्म में हैं और उनकी बैटिंग टीम के लिए आधार स्तंभ साबित होती है। उनका युवा उत्साह और खेल को समझने का नजरिया टीम के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो रहा है।
पंत की अनुपस्थिति और विकेटकीपिंग की नई संभावनाएं
टीम के लिए एक बड़ी कमी है विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत का न होना। इंग्लैंड टूर के दौरान चौथे टेस्ट में पैर में चोट आने के बाद से वह अभी भी रिकवरी के दौरान हैं और बीसीसीआई के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, बेंगलुरु में अपना इलाज करवा रहे हैं। पंत की अनुपस्थिति में, युवा ध्रुव जुरेल और एन. जगदीशन को टीम में विकेटकीपर की जिम्मेदारी के लिए चुना गया है। माना जा रहा है कि ध्रुव जुरेल को पहली पसंद के रूप में मौका मिल सकता है। जुरेल ने अपने पिछले मौकों पर काफी संभालदार बल्लेबाजी और साफ-सुथरी विकेटकीपिंग का प्रदर्शन किया है।
बुमराह की वापसी और गेंदबाजी इकाई
टीम के लिए एक बेहद सकारात्मक खबर है जसप्रीत बुमराह का टीम में शामिल होना। हालाँकि एशिया कप फाइनल (28 सितंबर) और पहले टेस्ट (2 अक्टूबर) के बीच सिर्फ एक दिन का अंतर है, लेकिन चयनकर्ताओं ने उन्हें दोनों मैचों के लिए उपलब्ध बताया है। चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर ने स्पष्ट किया कि इंग्लैंड सीरीज़ के बाद बुमराह को काफी आराम मिला है और वह दोनों मैच खेलने के लिए तैयार और उत्सुक हैं। बुमराह के साथ मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा टीम की तेज गेंदबाजी की कमान संभालेंगे। ऑलराउंर नितिश कुमार रेड्डी को भी टीम में जगह मिली है।
स्पिन-फ्रेंडली पिचों के लिए तैयार है टीम
चूंकि यह सीरीज़ भारत में हो रही है, इसलिए स्पिन गेंदबाजी की अहम भूमिका होगी। इसको देखते हुए टीम में तीन स्पिन-ऑलराउंडर – रविंद्र जडेजा, वाशिंगटन सुंदर और अक्षर पटेल – को शामिल किया गया है। साथ ही, विशेषज्ञ स्पिनर कुलदीप यादव भी टीम का हिस्सा हैं। यह चारों मिलकर न सिर्फ वेस्ट इंडीज के बल्लेबाजों के लिए मुश्किल खड़ी करेंगे, बल्कि निचले क्रम में बल्लेबाजी करके टीम को गहराई भी प्रदान करेंगे।
कौन छूटे, क्यों छूटे?
इंग्लैंड टूर के विस्तारित दल से कुछ खिलाड़ियों को इस बार टीम में जगह नहीं मिली है। इनमें करुण नायर, अभिमन्यु ईश्वरन, अकाश दीप, अंशुल कंबोज, अर्शदीप सिंह और शार्दूल ठाकुर शामिल हैं। करुण नायर के बारे में अजीत अगरकर ने कहा कि चयनकर्ताओं को उनसे थोड़ा और ज्यादा की उम्मीद थी। उनकी जगह देवदत्त पडिक्कल को टीम में शामिल किया गया है, जो पिछले कुछ समय से अच्छा फॉर्म में चल रहे हैं और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम का हिस्सा रह चुके हैं। दूसरी ओर, एक और संभावित दावेदार सरफराज खान चोटिल हैं, इसलिए वह इस सीरीज़ के लिए उपलब्ध नहीं हैं।
विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप में महत्वपूर्ण सीरीज़
यह सीरीज़ सिर्फ दो मैचों की ही नहीं, बल्कि विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) 2025-27 चक्र की भी एक अहम कड़ी है। भारत ने अपना WTC चक्र इंग्लैंड के खिलाफ 2-2 से ड्रा हुई सीरीज़ के साथ शुरू किया था और 28 अंक हासिल किए थे। फिलहाल, भारत WTC पॉइंट्स टेबल में तीसरे स्थान पर है। ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका उनसे ऊपर हैं। वेस्ट इंडीज ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीनों टेस्ट गंवाए थे, इसलिए वह अंक तालिका में सबसे नीचे हैं। ऐसे में, घरेलू मैदान पर जीत से भारत WTC टेबल में अपनी स्थिति मजबूत करना चाहेगा।
निष्कर्ष: उम्मीदों भरी नई शुरुआत
कुल मिलाकर, यह टीम युवा और अनुभव का बेहतरीन मेल दिखती है। शुभमन गिल के नेतृत्व में युवा खिलाड़ियों के साथ-साथ रविंद्र जडेजा जैसे दिग्गजों का मार्गदर्शन टीम के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है। घरेलू परिस्थितियों में भारतीय टीम हमेशा से दमदार रही है और उम्मीद की जाती है कि वह वेस्ट इंडीज के खिलाफ एक मजबूत प्रदर्शन करेगी। यह सीरीज़ न सिर्फ WTC अंकों के लिहाज से, बल्कि भविष्य की टीम को गढ़ने की दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण है। आइए, हम सभी भारतीय क्रिकेट प्रेमी इस नए अभियान के लिए अपनी टीम को शुभकामनाएं दे